Wednesday, May 21, 2008

कविता और कवि की परिभाषा ...!!

कविता क्या है ?

खुशियों से दामन रूठा है ,
दुःख दर्द से दिल भी टूटा है
ऐसा गम ह्रदय छूता है ,
बेबस नज़रों से चूता है ॥

यदि अश्रु ना छलकें आंखों मे,
तनहाई हो दिन रातों मे ।
एक पंक्ति कंठ से आती है ,
पीड़ा और व्यथा सुनाती है ।

ऐसी करुणामय वो रचना,
सच्ची कविता कहलाती है ॥

कवि क्या है ??

जिसने बांटा इन छंदों को ,
एक महफ़िल के कुछ बंदों को ।
जो जीने को समझाता है ,
जीने का अर्थ बताता है ॥

प्रेम न्याय और सत्य दया,
सब रचनाओं मे गाता है ।
अपना गम सीने मे रखकर
दुनिया को खूब हँसाता है ॥

कहे तिवारी ऐसा विरला ,
सच्चा कवि कहलाता है ॥

-- श्रेय तिवारी

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