कविता क्या है ?
खुशियों से दामन रूठा है ,
दुःख दर्द से दिल भी टूटा है
ऐसा गम ह्रदय छूता है ,
बेबस नज़रों से चूता है ॥
यदि अश्रु ना छलकें आंखों मे,
तनहाई हो दिन रातों मे ।
एक पंक्ति कंठ से आती है ,
पीड़ा और व्यथा सुनाती है ।
ऐसी करुणामय वो रचना,
सच्ची कविता कहलाती है ॥
कवि क्या है ??
जिसने बांटा इन छंदों को ,
एक महफ़िल के कुछ बंदों को ।
जो जीने को समझाता है ,
जीने का अर्थ बताता है ॥
प्रेम न्याय और सत्य दया,
सब रचनाओं मे गाता है ।
अपना गम सीने मे रखकर
दुनिया को खूब हँसाता है ॥
कहे तिवारी ऐसा विरला ,
सच्चा कवि कहलाता है ॥
-- श्रेय तिवारी
Wednesday, May 21, 2008
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